हमने सोचा था,
प्यार से जीत लेंगे उनको,
इकरार तो दूर,
इंकार के भी काबिल न समझा मुझे।
मेरे प्यार में,
क्या कमी थी मेरी जान,
मुझे कमी न बताया,
मुझे ही कम कर दिया।
मेरी आँखों की आँसु,
भी अब सूख गए,
तेरी इंतजार की घड़ी,
इतनी लम्बी क्यों हैं?
कुणाल कुमार
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heartfelt poem Madhu ji.
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धन्यवाद
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