रंग जो जीवन का हो , या रंग से भरी हो जीवन,
रंग बिरंगी ख़ुशियाँ, या काली घटा मासूमियत भरी,
रंग बताए मौसम का हाल, रंग से मालूम दिल का चाल,
रंग से जुड़े हर ख़्वाब, सुनहरे सपना लिए नयन में बसे,
रंग का अभाव उनसे पूछो, जिसे मिले जीवन में अंधकार,
सुनी माँगे लिए विधवा की पुकार, जीवन में लिए अंधकार,
अंधेपन का ये दर्द, जीवन जीने को मजबूर किसी रंग बिना,
या भूल बैठे हम जुदा प्रेमी, जिनकी बिखरे वो ख़ुशी के रंग,
कुणाल कुमार