कुछ तो बात है,
ये अजीब सी एहसास हैं,
दूर रहकर भी तुम मुझसे,
पाता हूँ तुम्हें यादों इतने क़रीब।
हरदम से तुम्हें पाने की है आस,
क्योकि सभी के लिए थी तुम ख़ास,
ना जाने तुम्हें जब भी मैंने देखा,
पाया मेरे होठों पे मधुरता बिखरते हुए।
कुछ तो बात है तुझमें,
आज भी याद है मुझे वो मधुर एहसास,
जब तुम थी सिर्फ़ मेरी,
मेरे होठों पे छोड़ी तुमने अपनी मधुरता भरा प्यार।
अरे लोगो,
मत ज़्यादा सोचो,
सब ने पाई है इसकी मिठास,
क्योकि ये नारंगी लेमन चूस है ही इतनी ख़ास।।
कुणाल कुमार