सम्भावना हैं दिल में, तेरा साथ मिलेगा मुझे,
ग़म के साये का अंत, शायद होगा अब,
इस सम्भावना के सहारे, आधी उम्र गुजर दी,
आधी बाक़ी हैं, जी लूँगा सम्भावना के सहारे,
शायद मेरे जाने का वक्त आ गया है तुझसे,
दूर कहीं जी लूँगा चुप से, तेरे यादों के सहारे,
बस छोटी सी कसक बाक़ी मेरे इस दिल में,
ना समझ पाई तुम मेरे प्यार भरे इस दिल को ,
जाने का दिल नही करता, दूर हो कर तुमसे,
पर जाना तो सत्य है, तुम्हें भी जीना हैं अपनी ख़ुशी,
मेरे रहते तुम्हारा जीवन, रहेगी द्विविधा वे भरी,
मेरे जाने से रहोगी द्विविधा से परे मेरी परी,
शायद मेरी ये बात, फिर झूठ लगे तुम्हें,
मेरे जाने से तुम, रूठ ना जाना कभी मुझसे,
चलो इस बार सच्चा तो बन जाऊँगा मैं,
जाऊँगा कहीं दूर, जहाँ तुम ढूँढ ना पाओगी मुझे.
के.के