कुछ रिश्ते दर्द भरे होते हैं,
जहाँ तन्हाई लिखी होती हैं,
कुछ रिश्ते ख़ुशी के होते हैं,
जहाँ प्यार बिछीं होती हैं,
रिश्ते की इस उलझन में,
क्यों ख़ुशी ढूँढ रहा मैं,
दर्द भरी जीवन में मेरे,
क्यों ना करता खुद से प्यार,
कुछ अनजान राही बन जाते,
जीवन के इस सफ़र में,
अपना बना यूँ छोड़ जाते,
तन्हाई के दर्द को सहने,
शायद मेरी फ़ितरत में लिखा,
सदा खोना ही हैं सर्वोपरि,
खुद को ना सम्भाल पाया,
कैसे सम्भालूँगा दिल की परी,
जाने अनजाने में अगर गलती हुई हो मुझसे कभी,
माफ़ करना तुम मुझको दिल से,
मैं भी समझा लूँगा दिल को मेरे,
ना उम्मीद रखे इस रात की कभी सुबह होगी.
के.के.