मुझे अब जीना हैं,बिना मेरी ख़ुशी,
तेरे जाने से अब, छूट गयी मेरी ख़ुशी,
मेरे दिल की चाहत,क्यों रो रहा दिल से,
जुदाई के ग़म की साया, चाय मेरे दिल पे,
क्यों मेरा दिल, समझना नहीं चाहे,
तेरे इश्क़ में जीना, या मारना हैं अकेले,
क्या करूँ कमीना है मेरा दिल,
सिर्फ़ तुम्हें चाहे, जीना नहीं तेरे बिन.
के.के.