उनकी हाल जानने को, विचलित हैं मन मेरा,
ना संदेश मिला मुझे, ना मिली मुझे कोई खबर,
क्या भूल बैठे मुझे, होकर अपनों में व्यस्त,
पर दिल नहीं मान रहा, वो भूल गए हो मुझे,
मौसम बदला लोग बदले, ना चाहत बदली मेरी,
अब भी दिल में हैं मेरे, तुम्हारे चले जाने की कसक,
देखो मैं चुप बैठा हूँ, अपने ग़म में हो सराबोर,
चेहरे पे ख़ुशी का नाटक लिए, मेरा मन रहा है रो,
बस एक छोटी सी, महेरबानी कर सकती तुम मुझपर,
अपना हाल बता दो मुझे, पा लूँगा मैं तुझे मेरी यादों में.
कुणाल कुमार
What the feeling of love…….
Amazing.
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धन्यवाद
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