साल बिता साथ छूटा, तेरा नया साल कर रहा इंतज़ार,
नयी ख़ुशियों का साथ मिले, है तोहफ़ा मेरा नए साल का,
मेरी वो ख़ुशी जो मिली इस साल, बन ग़म करे मेरा इंतज़ार,
नए साल का इंतज़ार, कर रहा हूँ तेरे याद के तोहफ़े के साथ,
यहाँ कौन सच्चा है, दिखता सच्चाई किसकी है निर्मल बेदाग़,
कौन हर घड़ी याद करे, कौन जी रहा है लिए दिल तेरा याद,
सच और झूठ की परख नहीं क्या, झूठ में क्यों जी रहे हो आप,
कहने को तो है बहुत कुछ, पर किससे करूँ अब दिल की बात.
कुणाल कुमार
wow.. now a days it is very hard to find people who has so much love.
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धन्यवाद
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