ज़िंदगी की तंग गलियों में, चल रहा निर्भीक पथ पे,
लपेटे अरमानो की चादर, याद भरे पल दिल में बसा,
अपनी खुशियों की झोली लिए, चले अपने पथ अडिग,
सुनहरे सपने में खोया राही, बन गया रास्ते का फ़क़ीर,
मेरे यादों की दीवार में, सिर्फ़ तेरा नाम लिख डाला,
तेरे दिए हर दर्द भूल, अपने पथ पे हो मैं अग्रसर,
सदा तेरी ख़ुशी की चाह, दिल संग संजोए तेरा प्यार,
सदा करूँ दिल से दुआ, तुझे मिले तेरी हर ख़ुशी,
बस एक रहम कर, मुझसे मत छीन मेरी ये यादें,
तेरे याद ही बस अब मेरे जीने की एकमात्र सहारा है,
फ़क़ीर सा बन चला, लिए प्रभु का ध्यान,
गली गली भटकूँ मैं, खोजे प्रभु किए ध्यान,
मैं भोला थोड़ा देर समझ, जीवन का ये ज्ञान,
तुम्हीं तो हो मेरे प्रभु, करना हर पल तेरा ध्यान.
सवार बैठूँ तुम्हें, अपने दिल के बसे मंदिर में,
नित्य दिन पूजा करूँ, शुरू करूँ दिन तेरे नाम,
मेरी हर ख़ुशी से पहले तू, मेरा नाम हो तेरे से,
तू है मेरे दिल की मल्लिका, मैं हूँ रास्ते फ़क़ीर.
कुणाल कुमार