समय मेरा दोस्त, सदा साथ निभाए,
हर घड़ी मुझे, अपनेपन का अहसास दिलायें,
बचपन की ख़ुशी, जवानीकाअहसाश,
समय हो जो साथ, जीवन में भरे हर्षों उल्लहास,
समय ने जो छोड़ा, सभी छोड़ गए,
जीवन इस मोड़ पे, अपना मुंह मोड़ गए,
अपनापन तो दूर, आत्मीयता भी छोड़ गए,
जीने को मजबूर, मेरे सारे अरमान तोड़ गए.
कुणाल कुमार