जीने की चाहत लिए, तेरी मिलन कि आस लिए,
जी रहा हूँ मैं हर पल, बस तेरी इंतज़ार में,
ज़िंदगी कुछ रंग दिखा, मुझे उसके संग मिला,
मेरी चाहत की मंजिल, बस मुझे अब उससे मिला,
कही मिलन में देर ना हो, अरमान सारे ढेर ना हो,
जीने की चाह मेरी, अनजाने में ये अधेड़ ना हो,
बिखर सा रह जाऊँ, टूटे हुए मेरे दिल के साथ,
जब तुम ना हो मेरे साथ , जब तुम ना हो मेरे साथ .
कुणाल कुमार