अपने पथ पे अग्रसर, जीवन जी रहा अकेला,
ख़ुशियाँ जो बाँट सभी से, ये ग़म सभी है मेरा,
तुम्हारी याद संग, जीवन का ग़म संजोए,
जीने को मजबूर, दिल ये मेरा रोए.
फिर भी ये दिल मेरा, चाहे हर पल तुझे,
तेरी याद में, दिल अंधकार में उलझ,
उदासी के बादल जो उमरे, घनघोर घटा सा,
अश्रु बन वर्षा, इन नयनों से बह निकले.
तू जा मुझे भूल, तेरे जीवन के पथ पे अग्रसर,
ख़ुशियाँ तेरी कदम चूमे, यही जो ख़्वाब मेरे,
कामयाबी की मिसाल, लोग देख जो बोले,
भूल जा मुझे, कभी याद ना आऊँ मैं तेरे.
कुणाल कुमार
Bahut khoob
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